KALKI 2898 AD… ये आज की नहीं… ये कहानी है कल की. उस समय की जब गंगा सूख चुकी है. बारिश हो नहीं रही है. पीने का पानी कोई किसी को नहीं देता. रुपयों की जगह डिजिटल यूनिट्स चलते हैं. हवा में चलने वाली गाड़ियां हैं. चारों तरफ प्रदूषण और धूल है. क्या धरती का फ्यूचर ऐसा होने वाला है?
यहां जो लिखा गया है वो KALKI 2989 AD फिल्म का रिव्यू नहीं है. बल्कि फ्यूचर में आने वाली दिक्कतों को बताती है. कहानी की शुरुआत तो 6 हजार साल पहले से बताई गई है. लेकिन यह भविष्य में 874 साल बाद आने वाली विकराल समस्याओं, तकनीकों, विज्ञान और मौसम के बारे में भी बताता है.
फिल्म में बताया गया है कि अश्वत्थामा मरता नहीं. यहां अमिताभ बच्चन हैं. उसे कृष्ण का श्राप था. फिल्म में कुछ ऐसी समस्याएं भी दिखाई गई हैं, जो अश्वत्थामा की तरह हैं. खत्म ही नहीं हो रही. प्रदूषण, बढ़ता तापमान, सूखी नदियां, पानी की राशनिंग, डिजिटल यूनिट्स से खरीद-फरोख्त, कमजोर और ताकतवर की जंग.
फिल्म में हॉलीवुड सनीमा मैडमैक्स की तरह गाड़ियां दिखाई गई हैं. जो बनाई गई हैं जुगाड़ से लेकिन हैं फ्यूचर की. चाहे वह लोगों को ले जाने वाली बस हो. या प्रभास की सवारी, जो बैटमैन के बैटमोबिल (आम बोलचाल में लोग जिसे बैटकार कहते हैं) जैसी दिखती है. प्रभास का दोस्त एक रोबोट है. जो इंसानों की तरह ही इंटेलिजेंट है. वह इस कार को चलाता है.
- फ्यूचर में जो सबसे ज्यादा होने वाला है, वो सब है इसमें
- लैब में पैदा किए गए भ्रूण से लड़कियों को बना रहे गर्भवती
- काशी में लोग रह रहे हैं क्यूबिकल में… गंगा पूरी तरह से सूख चुकी हैं
- भविष्य में बेटियां कम, फर्टाइल लड़की खोज हो रही है
- शादी जैसी बात… स्मार्टफोन ये सब खत्म हो चुके हैं…
- एक सामान्य सी दुनिया भी है… लेकिन छिपी हुई
- पुष्पक विमान जैसे रथों को उड़ते हुए दिखाया गया है
- लड़कों को बाबू बोलने वाली लड़कियां तब भी होंगी… पान भी होगा
फ्यूचर में जो सबसे ज्यादा होने वाला है, वो सब है इसमें
फिल्म की शुरुआत में ही भयानक तूफान दिखाया है. महाभारत की जंग है. फिर इंसानों का विकास. हिटलर की सेना का जंग. जंगल की आग. थंडरस्टॉर्म है. बिजली गिर रही है. सूखा पड़ा है. चारों तरफ रेगिस्तान. बारिश होती ही नहीं. यानी ऐसे नजारे जो एक्स्ट्रीम हैं.
लैब में पैदा किए गए भ्रूण से लड़कियों को बना रहे गर्भवती
ये नजारे चरम परिस्थितियों को दिखाते हैं. उसमें कुछ बचा है तो वो है इंसानों के बीच जिंदगी बचाए रखने की जंग. अच्छे और बुरे का फर्क. एक तानाशाह सुप्रीम लीडर को दिखाया गया है. जो एलियन सीडिंग के जरिए महिलाओं को गर्भवती बनाता है. यानी लैब में पैदा किए जा रहे भ्रूण के जरिए प्रेगनेंसी. इन भ्रूण का पिता कौन है, किसी को नहीं पता.
काशी में लोग रह रहे हैं क्यूबिकल में… गंगा पूरी तरह से सूख चुकी हैं
ये सुप्रीम लीडर एक दानव है. इसका किरदार कमल हासन ने निभाया है. जो एक कॉम्प्लेक्स के जरिए धरती दुनिया पर राज कर रहा है. वो कहता है कि वो प्रकृति से धोखा देने वालों को सजा दे रहा है. काशी यानी बनारस उसकी राजधानी है. काशी के मंदिर खत्म हो चुके हैं. कई मंदिरों के पड़ोस में धातु से बनी इमारतें हैं. लोग इन इमारतों में बने क्यूबिकल में रहते हैं. जैसे आज के फ्लैट लेकिन इससे भी छोटे.
भविष्य में बेटियां कम, फर्टाइल लड़की खोज हो रही है
गाड़ियां न्यूक्लियर बैटरी से चल रही हैं. हवा में उड़ती हैं. फिल्म में साफ तौर पर कहा गया है कि गंगा गंदी होगी. सूख जाएगी. वायु में विष होगा. जंगल में आग होगी. भयानक युद्ध होंगे. हैरानी इस बात की है, जिस दानव के कॉम्प्लेक्स में उसके केबिन में ह्यूमन इवोल्यूशन को कंकालों के जरिए दिखाया गया है. उसके राज में बेटियां कम हैं. जो हैं वो मां बनने लायक नहीं हैं.
874 साल बाद किसी लड़की का मां बनना बड़ी बात होगी. फर्टाइल लड़की की खोज इसलिए है क्योंकि उसके गर्भ में पलने वाले बच्चे के सीरम से दानव को अमर और ताकतवर होने की ऊर्जा मिलती है. सुप्रीम लीडर को जिस बच्चे से ऊर्जा मिलती है, उसकी मां बनी हैं दीपिका पादुकोण. लेकिन उनके पेट में मौजूद भ्रूण लैब में विकसित होता है.
शादी जैसी बात… स्मार्टफोन ये सब खत्म हो चुके हैं…
शादी जैसी बात. उसके शारीरिक संबंध बनाकर बायोलॉजिकली बच्चे पैदा करने की बात उस समय के लोगों को हैरान करती है. AI से लैस ह्यूमेनॉयड रोबोट्स हैं. ऐसे ही सैनिक हैं. बातचीत के लिए स्मार्टफोन या मोबाइल का इस्तेमाल नहीं होता. डिस्क से एक रोशनी निकलती है, जिसमें आप उसे लाइव देखते हैं, जिससे आप बात कर रहे हैं.
एक सामान्य सी दुनिया भी है… लेकिन छिपी हुई
पूरी फिल्म में सिर्फ एक जंगल और सामान्य धरती दिखाई गई है. जो कॉम्प्लेक्स के अंदर मौजूद है. एक दूसरी दुनिया भी है. नाम है शंबाला. जहां अलग-अलग संप्रदाय, समुदाय के लोग एकसाथ रहते हैं. इस उम्मीद है कि उस समय की धरती पर मौजूद समस्याओं और कॉम्प्लेक्स में बैठे दानव से बचाने कोई भगवान आएगा. ये लोग अदृश्य कवच के अंदर पहाड़ों के बीच रहते हैं.
पुष्पक विमान जैसे रथों को उड़ते हुए दिखाया गया है
जंग में लेजर हथियार. सोलर पैनल से ऊर्जा लेकर गर्म किरणें फेंकने वाले हथियार. इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स को दिखाया गया है. रामायण में जिस तरह माता सीता का अपहरण पुष्पक विमान से किया गया था. ठीक वैसा ही नजारा इस फिल्म में दिखा है.सुप्रीम लीडर के कमांडर ने गर्भवती दीपिका पादुकोण का अपहरण करने के लिए पुष्पक विमान जैसे यान का इस्तेमाल किया है. जो कि सोलर सेल्स से चलता हुआ दिखाया गया है.
लड़कों को बाबू बोलने वाली लड़कियां तब भी होंगी… पान भी होगा
फिल्म में दिखाया गया है कि काशी में प्रभास कॉम्प्लेक्स और स्थानीय बाउंटी हंटर से लड़ते हैं. बाउंटी हंटर यानी वो लोग जो किसी व्यक्ति या सामान पर ईनाम घोषित होने पर उसे ले जाकर कॉम्प्लेक्स को देते हैं. उसके बदले उन्हें यूनिट्स मिलते हैं. इस दौरान एक बुजुर्ग महिला को दिखाया गया है. जो 874 साल बाद भी पान बना रही है. जिसे बाद में प्रभास छीनकर खा जाता है. इसके अलावा लड़कियां अपने पति को पार्टनर कहती हैं. लेकिन बाबू भी बुलाती हैं. बाबू बुलाने वाली लड़की का नाम कायरा है. जिसे यह तो पता है कि उसके नाम का मतलब लकी होता है. लेकिन किस भाषा में ये नहीं पता.