‘क्रांतिवीर’ के क्लाइमेक्स में फांसी की सजा से पहले नाना का मोनोलॉग आज भी जनता को झकझोर देता है. ‘आ गए मेरी मौत का तमाशा देखने’ लाइन से शुरू हुआ ये मोनोलॉग आज भी बहुत सारे दर्शकों को याद है. नाना Hospital से उठकर ये Seen शूट करने पहुंचे थे.
वेटरन एक्टर नाना पाटेकर किसी भी Film का हिस्सा रहे हों, उनके किरदार ऑडियंस के दिमाग पर एक अलग छाप छोड़ने में कामयाब होते हैं. उनकी ‘परिंदा’, ‘प्रहार’ और ‘तिरंगा’ जैसी फिल्में एक कल्ट मानी जाती हैं. नाना की सबसे पॉपुलर फिल्मों में से एक ‘क्रांतिवीर’ भी अपने आप में एक कल्ट Film मानी जाती है.
इस Film के क्लाइमेक्स में फांसी की सजा से पहले नाना का मोनोलॉग आज भी जनता को झकझोर देता है. ‘आ गए मेरी मौत का तमाशा देखने’ लाइन से शुरू हुआ ये मोनोलॉग आज भी बहुत सारे दर्शकों को याद है. अब नाना ने बताया कि ये पूरा मोनोलॉग स्क्रिप्ट में नहीं था बल्कि उन्होंने खुद शूट पर तुरंत परफॉर्म किया था. उन्होंने ये भी बताया कि वो कैसे Hospital से उठकर ये Seen शूट करने गए थे.
चेस्ट में पेन के बाद Hospital में थे नाना पाटेकर
‘द लल्लनटॉप’ के साथ इंटरव्यू में नाना ने बताया कि वो अक्सर राइटिंग स्टेज पर ही Film के किरदार पर काम करते हैं और जो लाइनें उनके दिमाग में आती हैं वो डायलॉग में जोड़ दी जाती हैं. नाना ने बताया कि ‘क्रांतिवीर’ वाला मोनोलॉग उन्होंने सेट पर पहुंचने के बाद, अचानक से तैयार किया.
उन्होंने कहा, ‘हम अस्पताल में थे. दूसरे दिन शूटिंग होने वाली थी. मैंने कहा हम आज मर गए तो मेरा प्रोड्यूसर और डायरेक्टर कल मर जाएगा! तो हम जाकर कर लेते हैं. डॉक्टर को साथ लेकर गए थे. 3-4 कार्डियोग्राम करवाए, देखा ठीक है काम चला लेंगे. डॉक्टर कहता है 2-3 दिन आराम करो, बाद में करो.’
नाना ने खुलासा किया कि उन्हें चेस्ट में पेन था जिसके बाद वो एडमिट हुए थे. लेकिन उधर ‘क्रांतिवीर’ के सेट पर सब लोगों को बुलाया जा चुका था. लेकिन डायरेक्टर मेहुल कुमार फिर भी उनसे कह रहे थे कि वो अभी आराम करें, Seen बाद में शूट कर लिया जाएगा.
ढाई घंटे में पूरा किया 7 दिन का शूट
Film का क्लाइमेक्स 6-7 दिन में शूट होना था लेकिन नाना अस्पताल से शूट करने गए और ढाई घंटे में शूट खत्म कर दिया. उन्होंने बताया, ‘हम वहां डॉक्टर के साथ पहुंचे. फिर राइटर ने कहा कि Seen लिखते हैं. तो मैंने कहा कि अभी लंच ब्रेक कर दो, ढाई बजे शुरू करेंगे. मैंने कहा 4-5 कैमरा लगा दो, और सबमें एक्स्ट्रा मैगजीन लोड कर दो, ताकि एक खत्म हो तो दूसरी तैयार रहे. कम से कम एक कैमरा तो चालू रहना चाहिए, ताकि हम जो भी बोलें वो रिकॉर्ड हो जाए, छूटे नहीं.’
ढाई बजे नाना ने शूट शुरू किया और जो शूट पहले 7 दिन के लिए प्लान था, उसे पांच बजे तक खत्म कर दिया. उन्होंने बताया, ‘क्योंकि हमको पता ही नहीं था क्या बोलना है. हम गए और बोलना शुरू कर दिया. जब लगा कि अब कुछ नहीं सूझ रहा तो गए और वो फांसी से पहले वाला काले रंग का मास्क पहना और बोला ‘चल लगा दे फांसी.”
नाना ने एक और मजेदार बात ये बताई कि उन्होंने उस वक्त पूरा मोनोलॉग, वहीं पर तैयार किया था इसलिए उनकी लाइनें आज भी उन्हें याद नहीं हैं. जबकि लोग ‘क्रांतिवीर’ के उस Seen की मिमिक्री खूब करते हैं. एक बार नाना को किसी ने वो मोनोलॉग बोलने के लिए कहा तो वो बोले, ‘देखो यार, अपनी ही नकल उतारकर पेट भरने की नौबत नहीं आई अभी तक.’ नाना पिछले साल रिलीज हुई Film ‘द वैक्सीन वॉर’ में नजर आए थे.
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